शुक्रवार, 10 जुलाई 2009
बेहद sharmnak
बुधवार ८ जलाए को प्रवेश के लिए इलाहबाद विश्वविद्यालय गई एक छात्रा को कुछ शोहदे दिनदहाडे उठा ले जा रहे थे । वहां मौजूद तमाम छात्र और दूसरे लोग तमाशबीन बने रहे । मजबूर छात्रा ने कमिश्नर आवास में घुसकर किसी तरह अपनी इज्जत बचाई । बाद में पहुँची पुलिस सिर्फ़ लीपापोती और मामले पर परदा डालने की कोशिश में लगी रही । इसी तरह शनिवार को संगम तट पर गुंडों नें छेड़खानी का विरोध करने पर सरेआम श्रद्धालु महिलाओं और उनके साथ आए लोगों की डंडों और बेल्ट से पिटाई की । यह दोनों शर्मनाक घटनाएँ यह बताने के लिए काफी है की उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कितनी गिर चुकी है और अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं ।
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1 टिप्पणी:
Sach me behad sharmnaak.
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